Palynology in Hindi (परागण विज्ञान ) परागकण क्या है ? ये कहाँ पाये जाते हैं ? परागकण पुष्प के किस अंग के भीतर निर्मित होते हैं

इस Article में हम Palynology in Hindi (परागण विज्ञान ) के बारे में पढ़ेंगे। जिसमे पढ़ेंगे What is Palynology in Hindi (पराग विज्ञान क्या है ?), History of Palynology in Hindi (परागण विज्ञान का इतिहास ), Father of Palynology in Hindi (परागण विज्ञान के जनक ), Branches of Palynology in Hindi (परागण विज्ञान की शाखाये ) आदि।

What is Palynology in Hindi (परागण विज्ञान क्या है ?)

Palynology शब्द ग्रीक भाषा के शब्द Palunien और अंग्रेजी भाषा के शब्द Logy से मिलकर बना है। जिसका शाब्दिक अर्थ है “धूल का अध्यय”। Palynology वनस्पति विज्ञान की एक शाखा है। जिसके अंतर्गत पराग कण, बीजाणुओं, और कुछ सूक्ष्म प्लवक जीवो का अध्ययन किया जाता है। इसमें World में पाए जाने वाले अलग अलग तरह के पौधो के कई प्रकार के Pollen Grains का अध्ययन करते है।

History of Palynology in Hindi (परागण विज्ञान का इतिहास )

परागण विज्ञान के इतिहास की बात करे। तो, ये शुरू होता है सन 1640 इ० से। जब एक अंग्रेजी वनस्पतिशास्त्री नेहेमिया ग्रेव ने पराग और पुंकेसर का वर्णन किया और निष्कर्ष निकाला की फूलो के पौधे में योन प्रजनन की आवश्यकता है।

इसके बाद 1890 से 1940 तक कई वैज्ञानिको ने इस पर विश्लेषण किया तथा प्रकाशित शुरू हुआ। सन 1921 ई० पराग की पद्दति पुरे यूरोप और अमेरिका में व्यापक हो गयी थी। इसके बाद वनस्पति और जलवायु परिवर्तन में एक क्रांतिकारी बदलाव आया।

सन 1944 ई० में हाइड और विलियम (Hyde and Williams) द्वारा Palynology शब्द की शुरुआत की गयी थी।

Father of Palynology in Hindi (परागण विज्ञान के जनक )

भारतीय Palynology के जनक Parmeshwaran Krishnan Kutty Nair है।

Branches of Palynology in Hindi ( परागण विज्ञान की शाखाये )

यहाँ पे Palynology की कुछ मुख्य शाखाओ के बारे में बता रहा हूँ।

  1. Aeropalynology
  2. Forensic Palynology
  3. Melissopalynology or Melittopalynology
  4. Paleopalynology

1. Aeropalynology

Aeropalynology में वातावरण में पाए जाने वाले Polymorphs का अध्ययन करते है। Polymorphs में पराग,बीजाणु और अन्य कई बायोपार्टिकल्स आदि आते है।

2. Forensic Palynology

Forensic Palynology में अधिकतर आपराधिक मामले सबूत के रूप में पाए जाने वाले Polymorphs का अध्ययन शामिल है। जिनका उपयोग कानूनी समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है।

3. Melissopalynology or Melittopalynology

इसके द्वारा शहद में मौजूद पराग और बीजाणु आदि का अध्ययन किया जाता है।

कुछ पराग विश्लेषण

  1. यह मधुमखियो द्वारा चार पौधो की प्रजातियां आदि प्रदान करता है।
  2. जो पौधे पहचाने जाते है, वे पर्यावरण और पराग स्पेक्ट्रम का फिंगरप्रिंट प्रदान करते है।
  3. Melissopalynology शहद की वानस्पतिक और भौगोलिक दोनों उत्पत्ति प्रदान करता है।
  4. ये शहद को प्रमाणित करने के लिए एक लाभदायक और अनिवार्य उपकरण है।

4. Paleopalynology

Paleopalynology में जीवाश्म में पराग कणो (Pollen Grain ) का अध्ययन किया जाता है।