इस Article में हम Pomology in Hind (फल विज्ञान) के बारे में पढ़ेंगे। जिसमे पढ़ेंगे What is Pomology in Hindi (फल विज्ञान क्या है ?), History of Pomology in Hindi (फल विज्ञान का इतिहास ), Father of Pomology in Hindi (फल विज्ञान के जनक ), Division of Pomology in Hindi (फल विज्ञान के भाग ) आदि।
What is Pomology in Hind (फल विज्ञान क्या है ?)
Pomology शब्द लैटिन भाषा के शब्द Pomum और अंग्रेजी भाषा के शब्द Logy से मिलकर बना है। जिसका अर्थ है “फलो का अध्ययन” Pomology वनस्पति विज्ञान की एक शाखा है। जिसके अंतर्गत फलो के उत्पादन, विपणन और उपयोग आदि का अध्ययन किया जाता है। साधारण शब्दों में समझे तो Pomology एक ऐसा विज्ञान है जिसके अंतर्गत फलो की खेती, फलो के पेड़ो का विकास, फलो के भण्डारण और उत्पादन आदि का अध्ययन करते है।
History of Pomology in Hindi ( फलों के विज्ञान का इतिहास )
USA यानि अमेरिका में 19 वी शताव्दी में किसान बढ़ाते बाजारों में फलो के कार्यो का विस्तार कर रहे थे। उसी समय कृषि महाविद्यालयों में बागवानी विशेषज्ञ सयुक्त राज्य में नै किस्मे ला रहे थे। कहा जाता है सन 1886 में USDA में Pomology की स्थापना हुई। उस समय Henry E. Van Deman (हेनरी इ डेमन ) को प्रमुख Pomologist के रूप में चुना गया।
इसी समय के दौरान Andrew Jackson Downing और Charles Downing Pomology और Horticulture में प्रमुख थे। बाद में Charles Downing ने Pomology में बहुत अधिक योगदान दिया।
Father of Pomology in Hindi ( फल विज्ञान के जनक )
Charles Downing को Pomology का जनक कहा जाता है।
Division of Pomology in Hindi
Pomology (फल विज्ञान ) को तीन भागो में बांटा गया है।
- Practical Pomology (प्रैक्टिकल पोमोलॉजी)
- Commercial Pomology ( वाणिज्यिक पोमोलॉजी )
- Structure Pomology (व्यवस्थित पोमोलॉजी )
1. Practical Pomology (प्रैक्टिकल पोमोलॉजी)
Practical Pomology में फलो के व्यवहार, फलो का उत्पादन, फलो के नाम, फलो के वर्गीकरण, उनके उगने आदि का अध्ययन करते है।
2. Commercial Pomology ( वाणिज्यिक पोमोलॉजी )
Commercial Pomology फलो को बाजार हेतु तैयार करना और परिवहन तथा अन्य संचालन कार्यो का अध्ययन किया जाता है।
3. Structure Pomology (व्यवस्थित पोमोलॉजी )
इसमें बागवानी की सामान्यता उनके वितरण तथा वर्गीकरण का अध्ययन किया जाता है।